- के.मा.शि.बो. की पूरे देश में फैले 24000 से अधिक इसके संबद्ध विद्यालयों के माध्यम से अखिल भारतीय स्तर पर उपस्थिति है और विश्वभर के 26 देशों में लगभग 240 विद्यालय हैं।
- के.मा.शि.बो. स्थानांतरणीय नौकरियों/एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण होने वाले माता-पिता के लिए अपनी व्यापकता के माध्यम से सर्वोत्तम विकल्प प्रदान करता है।
- बोर्ड/संबंधित राज्य शिक्षा विभाग के मानदंडों के दायरे में अपने विद्यालयों के लिए पारदर्शिता और कार्यात्मक स्वायत्तता की नीति में विश्वास करता है।
- के.मा.शि.बो. द्वारा प्रदत्त पाठ्यचर्या राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2005 पर आधारित है और विद्यार्थियों को सीखने में उत्कृष्टता प्राप्त करने के अवसर प्रदान करता है।
- राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण(एन.ए.एस)-20017 के अनुसार, के.मा.शि.बो. के विद्यार्थियों ने पूरे भारत में सभी विषयों में विभिन्न राज्य बोर्डों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
- के.मा.शि.बो. ने 211 विषयों की एक टोकरी(बास्केट) से अपनी पसंद के विषयों को लेने के लिए विद्यार्थियों को सुविधा प्रदान की है। विद्यार्थी स्वतंत्र रूप से अपनी पंसद के विषयों (कुछ विषयों के जोड़े को छोड़कर) को चुन सकते हैं क्योंकि के.मा.शि.बो. विद्यार्थियों को शाखाओं में नहीं बांधता है।
- के.मा.शि.बो. पाठ्यचर्या विद्यार्थियों के शारीरिक, बौद्धिक और सामाजिक विकास हेतु पर्याप्त गुंजाइश प्रदान करता है, जो शिक्षण, ज्ञान और अनुप्रयोग में नवाचारों को एकीकृत करता है।
- इसकी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और प्रभावकारिता लाने के लिए और अपने हितधारकों को अपनी सेवाओं की आसान पहुंच प्रदान करने के लिए बोर्ड ने अपनी अधिकांश प्रक्रियाएं जैसे कि ऑनलाइन स्कूल संबद्धता और निगरानी प्रणाली, ऑनलाइन परीक्षा केंद्र प्रणाली, ई-परीक्षा, ई-सी.बी.एस.ई., परिणाम मंजुषा, के.मा.शि.बो. छात्रवृत्ति पोर्टल और ओएएसआईएस आर-2.0 इत्यादि ऑनलाइन कर दी हैं।
- के.मा.शि.बो. विद्यार्थियों की युवा पीढ़ी के कौशल और प्रवीणता को उन्नत करने के लिए व्यावसायिक(प्राफेशनल) संगठनों जैसे कि आरओएलटीए इंडिया लिमिटेड, एनआईएफटी, डब्ल्युडब्ल्युआई, सीआईआई, एनएचएमआईटी, मेड वर्सिटी ऑनलाइन एजुकेशन, इन्टेल इत्यादि के साथ मिलकर 42 कौशल शिक्षा पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
- के.मा.शि.बो. शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में नवीन दृष्टिकोणों को प्रोत्साहित करता है। परिशोधित उपविधि कौशल विकास, खेल, कला, विज्ञान इत्यादि के क्षेत्र में नवोन्मेषी विद्यालयों को प्रोत्साहित करने के अवसर प्रदान करते हैं।
- बोर्ड अपने विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष क्लस्टर/जोनल और राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में उत्कृष्टता प्रदान करने के लिए मंच प्रदान करता है। के.मा.शि.बो. को भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय खेल प्रचार संगठन(एन.एस.पी.ओ) के रूप में मान्यता दी गई है।
- के.मा.शि.बो. पात्रता और योग्यता के आधार पर विभिन्न श्रेणियों के तहत विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करता है।
- बोर्ड एन.सी.पी.सी.आर और एन.डी.एम.ए दिशानिर्देशों में उल्लिखित प्रावधानों के अनुसार अपने विद्यार्थियों की संरक्षा और सुरक्षा पर जोर देता है।
- बोर्ड अपने शिक्षकों और प्राचार्यों के लिए पाठ्यचर्या तथा वितरण तंत्र एवं अन्य व्यावसायिक गुणों की समझ बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है।
- के.मा.शि.बो. वेबसाइट(वेबसाइटों) पर और अन्य माध्यमों जैसे डिजीलॉकर, मोबाइल ऐप, आईवीआरएस, एसएमएस, सर्च इंजन, इत्यादि के माध्यम से भी के.मा.शि.बो. कक्षा X और कक्षा XII के परीक्षा परिणाम उपलब्ध कराता है। विद्यालयों को पंजीकृत ई-मेल आई.डी पर अपने विद्यालयों का परीक्षा परिणाम उपलब्ध कराता है।
- कक्षा X और कक्षा XII की उत्तर परीक्षा परिणाम प्रक्रियाएं भी के.मा.शि.बो. की वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध कराई गयी हैं ताकि विद्यार्थियों हेतु प्रणाली को शीघ्र, पारदर्शी और परेशानी मुक्त बनाया जा सके।
- कक्षा X और कक्षा XII की परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को विद्यार्थियों तथा प्रशिक्षित परामर्शदाता के माध्यम से के.मा.शि.बो. मनोवैज्ञानिक परामर्श नि:शुल्क प्रदान करता है।.
- के.मा.शि.बो. ने विद्यालयों, शिक्षकों और विद्यार्थियों की सुविधा के लिए 16 क्षेत्रीय अधिकारी तथा सी.ओ.ई खोले हैं।
- के.मा.शि.बो. आवेदन जमा करने से लेकर अंतिम अनुमोदन तक परेशानी मुक्त, पारदर्शी ऑनलाइन संबद्धता प्रणाली प्रदान करता है।
- समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड ने विशेष आवश्यकता वाले(सी.डब्ल्यु.एस.एन) बालकों सहित विद्यार्थियों के लिए विस्तारित छूट/रियायतें देने का प्रावधान किया है।
- के.मा.शि.बो. स्कूल के भाईचारा संघ द्वारा उपयोगिता हेतु समयबद्ध, शिक्षाप्रद, आकर्षक और सहज तरीके से बोर्ड की गतिविधियों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रसारित करने के लिए सी.बी.एस.ई ने अपने पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म को "CBSE shikshaVani“ शीर्षक से उपलब्ध कराया है।
- के.मा.शि.बो. माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के लिए बोर्ड परीक्षा के उद्देश्य से विद्यालयों को संबद्ध करता है।
- आज तक 24000 से अधिक विद्यालय के.मा.शि.बो. से संबद्ध हैं। अद्यतन सूची लिंक पर उपलब्ध है।
- बोर्ड विद्यार्थी केंद्रति प्रतिमानों को तैयार करके शिक्षण-अधिगम पद्धतियों में नवाचार का नेतृत्व करता है।
- बोर्ड परीक्षा और मूल्यांकन कार्यप्रणाली में लगातार सुधार हेतु प्रयास करता है।
- व्यावसायिक पाठ्यचर्या के विद्यार्थियों को उद्योग-उन्मुख बनाया गया है और शिक्षविदों से रोजगार तक केंद्रित है।
- बोर्ड सेवारत (इन-सर्विस) प्रशिक्षण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं आदि का आयोजन करके शिक्षकों के शैक्षणिक कौशल को उन्नत करने हेतु प्रतिबद्ध है।
- बोर्ड विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट शिक्षक/विद्यालय लीडर्स हेतु वार्षिक सी.बी.एस.ई और राष्ट्रीय पुरस्कारों के माध्यम से सर्वोत्तम शिक्षण कार्यप्रणाली को प्रोत्साहित करता है।
- के.मा.शि.बो. सहोदय विद्यालयों (पड़ोसी विद्यालयों का समूह) को पाठ्यचर्या, डिजाइन, मूल्यांकन और अध्यापन सहित स्कूली शिक्षा के सभी पहलुओं में नवीन कार्यप्रणाली को साझा करने और शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सहायता सेवाएं प्रदान करने को बढ़ावा देता है।
- देश में स्कूली शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए हब ऑफ लर्निंग के रूप में विद्यालयों के एक छोटे समूह का गठन करके एक दूसरे से साझा, सहयोग और सीखने के लिए संबद्ध विद्यालयों के लिए नीतिगत ढाँचे वाला बोर्ड।
- बोर्ड ने शहरों, पहाड़ी क्षेत्रों, पूर्वोत्र राज्यों, सिक्किम, जम्मू और काश्मीर, एन.सी.आर क्षेत्र, द्वीप, चेन्नई, दिल्ली कोलकाता और मुंबई के महानगरीय शहरों के नगरपालिका प्राधिकरण की नगर सीमा में स्थित विद्यालयों हेतु भूमि मानदंडों को परिशोधित किया है।
- बोर्ड ने बोर्ड से संबद्धता के लिए भूमि के पट्टे की अवधि को 30 वर्ष से घटाकर 15 वर्ष कर दिया है।
- विद्यालय को अब संबद्धता हेतु आवेदन करते समय विभिन्न दस्तावेजों को प्रस्तुत करने के लिए पहले के प्रावधन की तुलना में परिशिष्ट IV के अनुसार शपथ पत्र सहित लागू संबद्धता उपविधि के अंतर्गत परिशिष्ट II अथवा परिशिष्ट III के अनुसार केवल जिला अधिकारी द्वारा जारी किए गए प्रमाणपत्र को अपलोड करना अपेक्षित होगा।
- के.मा.शि.बो. संबद्ध विद्यालयों में पर्याप्त आधारिक संरचना जैसे बड़ा तथा कार्यात्मक भवन, कक्षाएं, अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं, हॉल, खुले मैदान, खेल उपकरण और स्वच्छता सुविधाएं, पुस्तकालय, भौतिकी, रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और जीव विज्ञान जैसी विभिन्न प्रयोगशालाओं के लिए प्रावधान और कला तथा शिल्प कार्यशालाएं, खेल के मैदान, असेम्बली क्षेत्र, मल्टीमीडिया कमरे सुनिश्चित करता है, जो बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देते हैं।
- के.मा.शि.बो. ने अधिनियम में प्रस्तावित लक्ष्य प्राप्ति को सुनिश्चित करने के लिए नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के मद्देनजर शिक्षकों का नियमित प्रशिक्षण कराने के महत्व पर जोर दिया है ।